संदेश

2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बड़ी खबर: गरीबों के बच्चों से छीना गया स्कूल, अमीरों का 17 लाख करोड़ माफ!

चित्र
बड़ी खबर: गरीबों के बच्चों से छीना गया स्कूल, अमीरों का 17 लाख करोड़ माफ!  देश में एक तरफ शिक्षा के मंदिरों को ताले लग रहे हैं, तो दूसरी ओर अरबों-खरबों के कर्जदार पूंजीपति आराम से चैन की नींद सो रहे हैं। सरकारी आंकड़ों और रिपोर्ट्स के अनुसार, देश के कुछ चुनिंदा खरबपति उद्योगपतियों का करीब 17 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया गया है — वो भी जनता के पैसे से। वहीं दूसरी तरफ, गरीब तबके के बच्चों के स्कूलों पर ताले पड़ रहे हैं, शिक्षकों की कमी है, और कई राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं या निजी हाथों में सौंपे जा रहे हैं। यह कैसा विकास? झुग्गियों में रहने वाले लाखों बच्चों के पास अब न किताब है, न क्लास। सरकारी सहायता से चलने वाले सैकड़ों स्कूल बंद कर दिए गए या एक में मिला दिए गए। दूसरी तरफ, 5 से 10 बड़े उद्योगपतियों को बैंकों का कर्ज "एनपीए" घोषित कर माफ कर दिया गया। सवाल यह है: क्या इस देश में गरीब होना अपराध है? क्या शिक्षा केवल अमीरों का अधिकार बन चुकी है? शायद यही वजह है कि बच्चे किताबें छोड़कर काम पर जा रहे हैं, और जिनके नाम हजारों करोड़ की धोखाधड़ी में हैं — ...

इस गरीब व्यापारी की वायरल वीडियो पर मोदी जी का आया चौकाने वाला बयान।

चित्र

हरियाणा: CM के कार्यक्रम में BJP नेता को रोकना पड़ा भारी, DSP से करवाई सार्वजनिक माफी.

चित्र
 के जींद जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी (@NayabSainiBJP) के कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता मनीष सिंगला को पहचानने में चूक की और उन्हें कार्यक्रम स्थल पर आगे बढ़ने से रोक दिया। इस घटना के बाद, मनीष सिंगला ने नाराजगी जताई और मामला यहीं नहीं रुका। वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि मनीष सिंगला ने DSP को अपने साथ बैठाकर सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई। वीडियो में DSP अधिकारी को असहज मुद्रा में माफी मांगते हुए देखा जा सकता है। यह घटना कई सवाल खड़े कर रही है। एक ओर जहां सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना पुलिस की जिम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर एक जिम्मेदार अधिकारी से इस तरह सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाने को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इससे न केवल पुलिस बल士यों का मनोबल प्रभावित हो सकता है, बल्कि कानून व्यवस्था और सत्ता के संतुलन को लेकर भी गंभीर सवाल उठते हैं। घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल है। कुछ लोगों ने इसे सत्ता क...