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मुलायम सिंह यादव जल्द मायावती के साथ गठबंधन कर सकते हैं
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भाजपा की ऐतिहासिक हार, 353 सीटों में से सिर्फ दो पर ही सिमट गई
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उत्तर प्रदेश के इतने प्रतिशत लोगों ने कहा मायावती को बनना चाहिए देश का प...
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मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर आया यह दिग्गज नेता, कह दी बड़ी बात
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पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा अब खुलकर मोदी सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं। यशवंत सिन्हा पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा की आलोचना करते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने जबरदस्त हमला कर दिया है। सिन्हा के इस बयान के बाद सियासी तापमान का बढ़ना तय है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशंवत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा है कि हम एक ऐसी सरकार को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं जो झूठ बोलती हो। यशवंत सिन्हा ने यह बयान देकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। अभी तक कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष मोदी पर हमलावर था, लेकिन अब सिन्हा भी खुलकर राहुल गांधी के समर्थन में खड़े दिख रहे हैं। यशवंत सिन्हा और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा लगातार मोदी सरकार पर हमले बोलते रहे हैं। 2014 में केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही सिन्हा मोदी सरकार से नाराज चल रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में वे खुलकर सामने आ गए हैं। माना जा रहा है कि भाजपा में अपनी अनदेखी से नाराज सिन्हा मोदी पर हमलावर रहे हैं। हालांकि उनके बेटे को भाजपा ने मंत्री बनाया था। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा भी यशवंत के सुर में सुर मिलाते रहे हैं।
राम मंदिर को लेकर मायावती ने खेला बड़ा दांव, बीजेपी और संघ हुई बेचैन
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राहुल गांधी ने तेजस्वी को गठबंधन पर दिया करारा जवाब, तेजस्वी हुए हैरान
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जोरदार वापसी की तैयारी में मायावती, फाइनल हुआ दिन और तारीख, विरोधियों मे...
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शिवपाल यादव करेंगे मायावती के साथ गठबंधन, बताई बड़ी वजह
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नरेंद्र मोदी को मस्जिद जाने पर अमर सिंह ने दिया बड़ा बयान, सियासी जगत मे...
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गठबंधन नहीं 'महागठबंधन' की तैयारी में सपा-बसपा, छोटे दल आएंगे साथ, एक सी...
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आम चुनाव 2019 में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के प्रस्तावित गठबंधन में छोटे दलों को भी दो-तीन सीट दी जा सकती है। कोशिश गठबंधन को महागठबंधन का रूप देने की है। एनसीआर की गाजियाबाद या नोएडा सीट आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ी जा सकती है। अपना दल (कृष्णा गुट) व वामपंथी दलों को एकाध सीट मिल सकती है। यह भी संभव है कि छोटे दलों के एक-दो नेता बड़ी पार्टियों के सिंबल पर चुनाव लड़ें। गोरखपुर, फूलपुर व कैराना लोकसभा सीट तथा नूरपुर विधानसभा सीट पर विपक्षी दल महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़े थे। गोरखपुर व फूलपुर में कांग्रेस इस गठबंधन में नहीं थी लेकिन तमाम छोटे दलों ने सपा उम्मीदवार का समर्थन किया था। कैराना व नूरपुर में कांग्रेस ने क्रमश: रालोद व सपा प्रत्याशी का समर्थन किया था। कमोबेश इसी तरह के गठबंधन का स्वरूप लोकसभा चुनाव में बनाने की योजना है। इसके सबसे बड़े घटक सपा-बसपा ही रहेंगे। रालोद के लिए जो सीट छोड़ी जाएगी वह पश्चिमी यूपी के जाट बहुल इलाकों की होगी। इनमें बागपत, मुजफ्फरनगर, कैराना व मथुरा जैसी सीट शामिल है। एनसीआर में आप को एक सीट देने पर विचार हो सकता है। गोरखपुर में जिस तरह निषाद पार्टी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अखिलेश यादव देने जा रहे बड़ा झटका, भाजपाइय...
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भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बड़ा झटका लगने वाला है। समाजवादी पार्टी के कट्टर वोटर माने जाने वाले यादवों को भाजपा के पक्ष में करने की जो प्लानिंग बनाई गई है, उसका तोड़ समाजवादी पार्टी ने निकाल लिया है। अब अखिल भारतीय यादव महासभा द्वारा भाजपाइयों के मंसूबों को ध्वस्त किया जायेगा। अखिल भारतीय यादव महासभा के युवा महानगर अध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि समाज से अपील की जा रही है कि किसी हालत में किसी के बहकावे में न आयें। चाचा शिवपाल सिंह यादव के बाद बीजेपी द्वारा समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका देने की तैयारी की जा रही है। बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए यादव सम्मेलन कराने जा रही है। इस सम्मेलन के सहारे बीजेपी अब सपा के कोर वोट बैंक को अपने पक्ष में करना चाहती है। जानकारी के मुताबिक 15 सितंबर को बीजेपी लखनऊ में यादव कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित कर रही है। इस यादव सम्मेलन को कराने का मुख्य उद्देश्य सपा को कमजोर करकर और यादवों को अपने पक्ष में करना है। अखिल भारतीय यादव महासभा के युवा महानगर अध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि भाजपा को किसी भी तरह उसके मंसूबों में कामयाब
BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम मंदिर का जिक्र तक नहीं
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दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की दो दिनों तक चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मिशन 2019 का रोडमैप तैयार किया गया. चुनावी मोड में आ चुकी बीजेपी बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर चर्चा करने से बचती हुई नजर आई. बैठक के आखिरी दिन रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसका हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और अविनाश राय खन्ना ने समर्थन किया. इस प्रस्ताव में भी राम मंदिर मुद्दा कहीं नजर नहीं आया. हालांकि बीजेपी आधिकारिक तौर पर कह चुकी है कि वह मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करेगी. लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं के साथ संत समाज अक्सर राम मंदिर निर्माण की मांग दोहराते रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में लंबित राम मंदिर के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बाद अब उनके एक सहयोगी विधायक ने अपनी राय रखी है. फर्क बस इतना है कि केशव मौर्य ने मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने की बात कही थी, जबकि मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने न्यायपालिका को ही अपना बता दिया है. बहराइच की कैसरगंज सीट से बीजेपी विधायक मुकुट ब
नीतीश कुमार और मनोहर पर्रिकर पर विपक्ष ने इस बात का बढ़ाया दबाव
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राहुल गांधी ने कैलाश यात्रा पर शिव को किया नाराज, लगा बड़ा आरोप
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लड़की मना करे तो उपहरण कर के शादी कराऊंगा: बीजेपी विधायक
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