BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम मंदिर का जिक्र तक नहीं
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की दो दिनों तक चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मिशन 2019 का रोडमैप तैयार किया गया. चुनावी मोड में आ चुकी बीजेपी बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर चर्चा करने से बचती हुई नजर आई. बैठक के आखिरी दिन रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसका हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और अविनाश राय खन्ना ने समर्थन किया. इस प्रस्ताव में भी राम मंदिर मुद्दा कहीं नजर नहीं आया.
हालांकि बीजेपी आधिकारिक तौर पर कह चुकी है कि वह मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करेगी. लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं के साथ संत समाज अक्सर राम मंदिर निर्माण की मांग दोहराते रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में लंबित राम मंदिर के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बाद अब उनके एक सहयोगी विधायक ने अपनी राय रखी है. फर्क बस इतना है कि केशव मौर्य ने मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने की बात कही थी, जबकि मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने न्यायपालिका को ही अपना बता दिया है.
बहराइच की कैसरगंज सीट से बीजेपी विधायक मुकुट बिहारी वर्मा से जब राम मंदिर निर्माण पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास के मुद्दे पर सत्ता में आई है, लेकिन राम मंदिर बनेगा, क्योंकि यह हमारा कृतसंकल्प है. उन्होंने आगे कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट भी हमारा ही है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे ये भी कहा कि न्यायपालिका, प्रशासन, देश और मंदिर हमारा है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जब प्रेस कांफ्रेंस करने आए प्रकाश जावड़ेकर से मंदिर मुद्दे पर सवाल किया गया तो वह इसका जवाब देने से बचरते हुए नजर आए और उन्होंने कहा कि आज की चर्चा में यह विषय नहीं था. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी की वजह से आज 350 से ज्यादा सांसद, 1500 से ज्यादा विधायक और 19 राज्यों में बीजेपी की सरकार है.
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